Yoga Tips: प्राकृतिक तरीके से बढ़ाएं अपने बच्चे की लंबाई, करवाएं ये योगासन

कई माता-पिता के लिए बच्चों की लंबाई एक आम चिंता का विषय होती है, खासकर जब उनका बच्चा अपने साथियों की तुलना में छोटा दिखाई देता है। हालांकि लंबाई निर्धारित करने में आनुवंशिकता एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, लेकिन कुछ योगासन शरीर को खींचकर और हड्डियों व मांसपेशियों को मजबूत करके विकास को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। यहां कुछ प्रभावी योगासन दिए गए हैं, जो प्राकृतिक रूप से आपके बच्चे की लंबाई बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं।

1. ताड़ासन (माउंटेन पोज़)

ताड़ासन एक सरल लेकिन प्रभावी आसन है जो शरीर को खींचकर मुद्रा में सुधार करता है। यह रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है, जो लंबाई बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है।

अभ्यास का तरीका:

  • सीधे खड़े होकर पैरों को एक साथ और हाथों को शरीर के बगल में रखें।
  • सांस लेते हुए हाथों को सिर के ऊपर उठाएं और उंगलियों को आपस में फंसाकर हथेलियों को ऊपर की ओर करें।
  • एड़ियों को उठाकर पंजों पर संतुलन बनाएं और शरीर को ऊपर की ओर खींचें।
  • इस स्थिति में 20-30 सेकंड तक रहें, फिर सांस छोड़ते हुए प्रारंभिक स्थिति में लौट आएं।

2. भुजंगासन (कोबरा पोज़)

भुजंगासन रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन को बढ़ाता है और ऊपरी शरीर को मजबूत करता है। यह अधिवृक्क ग्रंथियों को भी उत्तेजित करता है, जो विकास में सहायक हो सकता है।

अभ्यास का तरीका:

  • पेट के बल लेटकर हाथों को कंधों के पास रखें।
  • सांस लेते हुए धीरे-धीरे छाती को जमीन से ऊपर उठाएं, कोहनियों को थोड़ा मोड़कर रखें।
  • पीठ को पीछे की ओर झुकाएं और ऊपर की ओर देखें, इस मुद्रा में 15-30 सेकंड तक रहें।
  • सांस छोड़ते हुए शरीर को वापस जमीन पर ले आएं।

3. सर्वांगासन (शोल्डर स्टैंड)

सर्वांगासन थायरॉयड ग्रंथि को उत्तेजित करता है, जो विकास हार्मोन को नियंत्रित करता है। यह आसन रक्त परिसंचरण को भी बेहतर करता है और कोर को मजबूत करता है।

अभ्यास का तरीका:

  • पीठ के बल लेटकर हाथों को शरीर के बगल में रखें।
  • पैरों और कूल्हों को जमीन से ऊपर उठाएं और कमर को हाथों से सहारा दें।
  • पैरों को सीधा ऊपर की ओर रखें और शरीर को एक सीधी रेखा में बनाए रखें।
  • इस मुद्रा में 20-30 सेकंड तक रहें, फिर धीरे-धीरे पैरों को वापस जमीन पर ले आएं।

4. त्रिकोणासन (ट्रायंगल पोज़)

त्रिकोणासन पैरों, रीढ़ और कंधों की मांसपेशियों को खींचकर मजबूत करता है। यह संतुलन और मुद्रा में सुधार करके समग्र विकास में योगदान देता है।

अभ्यास का तरीका:

  • पैरों को चौड़ा करके सीधे खड़े हो जाएं और हाथों को कंधे की ऊंचाई पर फैलाएं।
  • दाएं पैर को बाहर की ओर घुमाएं और शरीर को दाईं ओर झुकाएं, दाएं हाथ को टखने या जमीन पर रखें।
  • बाएं हाथ को ऊपर की ओर फैलाएं और दोनों पैरों को सीधा रखें।
  • इस मुद्रा में 20-30 सेकंड तक रहें, फिर दूसरी तरफ से दोहराएं।
  1. संतुलित आहार: सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे के आहार में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन और खनिज शामिल हों, जो हड्डियों और मांसपेशियों के विकास के लिए आवश्यक हैं।
  2. पर्याप्त नींद: विकास हार्मोन मुख्य रूप से गहरी नींद के दौरान जारी होते हैं, इसलिए सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा रोजाना 8-10 घंटे की अच्छी नींद ले।
  3. शारीरिक गतिविधि: तैराकी, साइकिल चलाना और रस्सी कूदने जैसी गतिविधियों को प्रोत्साहित करें, जो समग्र विकास को बढ़ावा देती हैं।

महत्वपूर्ण नोट

हालांकि योग और स्वस्थ जीवनशैली विकास को समर्थन दे सकते हैं, लेकिन आनुवंशिकता और समग्र स्वास्थ्य भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि आपको अपने बच्चे की लंबाई को लेकर चिंता है, तो व्यक्तिगत सलाह के लिए बाल रोग विशेषज्ञ या स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करें।

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